ग्वालियर. हिन्दू महासभा कार्यालय दौलतगंज पर 15 नवम्बर को स्थापित की गई नाथूराम गोडसे की प्रतिमा को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्यालय का ताला तोड़कर हटा लिया गया है. मंगलवार को दोपहर 3 बजे कलेक्टर राहुल जैन ने एक घण्टे के भीतर प्रतिमा हटाने का आदेश जारी किया था. हिन्दू महासभा ने इस कार्रवाई को ब्रिटिश शासन की याद दिलाने वाला बताया हैं, वहीं बिना किसी आंदोलन के प्रतिमा हटने पर कांग्रेस ने इसे अपनी विजय कहा है.
कलेक्टर राहुल जैन ने मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि गोडसे प्रतिमा को बिना किसी समक्ष अधिकारी की अनुमति के लगाया गया है. इसलिए इसे मप्र सार्वजनिक स्थान (धार्मिक भवन एवं गतिविधियों का विनिमय) अधिनियम 2001 का उल्लंघन मानते हुए उन्होंने आदेश दिया कि एक घण्टे के भीतर अप्राधिकृत संकर्म को हटा लें, अन्यथा थाना प्रभारी कोतवाली इसे बलात हटाएँगे.
कलेक्टर का आदेश मिलने के बाद हिन्दू महासभा कार्यकर्ता भारद्वाज स्थगन लेने के लिए हाईकोर्ट गए, लेकिन 3.30 बजे कोर्ट बंद हो गए. इधर एक घण्टा गुजरते ही एसडीएम विजयराज, एडीशनल एसपी दिनेश कौशल टीआई कोतवाली, पुलिसबल सहित मौके पर जा पहुंचे. निगमकर्मी कार्यालय का ताला तोड़कर प्रतिमा पर कपड़ा ढंककर नीचे ले आए, यहां एक पुलिस वाहन में प्रतिमा अज्ञात स्थान पर ले जाई गई. कमरे को नया ताला लगाकर सील कर दिया गया.
#MadhyaPradesh: Police and authorities took possession of the bust of Nathuram Godse, which was installed in the office of Akhil Bharatiya Hindu Mahasabha's Gwalior office, following Collector's order for removal of the same. Room sealed. Police team present at the spot. pic.twitter.com/hv6ud9LtkZ
— ANI (@ANI) November 21, 2017
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