मध्य प्रदेश में काफी लंबे समय से सियासी उठापटक जारी है. वही, अब बेंगलुरु में मौजूद 22 विधायकों ने कर्नाटक पुलिस के डायरेक्टर जनरल को पत्र लिखकर कहा है कि उनसे मिलने के लिए किसी कांग्रेसी नेता या सदस्य को अनुमति न दी जाए, ताकि उनकी जिंदगी और सुरक्षा खतरे में न पड़े. बता दें कि आज सुबह दिग्विजय सिंह बेंगलुरु पहुंचने के बाद विधायकों से मिलने रामदा होटल पहुंचे. उनसे मिलने की इजाजत न मिलने के बाद वे धरने पर बैठ गए थे. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल दोपहर 1.45 मिनट पर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करने वाला है. इससे पहले फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस विधायकों की ओर से वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि ने कहा कि आज हम एक अजीबोगरीब स्थिति में हैं. मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया था। 18 महीने से सरकार अच्छे से काम कर रही थी.
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इस मामले को लेकर दुष्यंत दवे ने न्यायालय को बताया कि भाजपा ने बल का इस्तेमाल करके लोकतांत्रिक सिद्धांतों को खतरे में डाल रही है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने ये दायर याचिका की है. मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वे भी विधायकों से मिलने बेंगलुरु जा सकते हैं.
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