ग्वालियर: मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कंपनी में अपनी सेवाएं दे रहीं आउटसोर्स कंपनियों को बर्खास्त कर दिया है। हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक इन कंपनियों का कार्यकाल 31 मार्च 2020 को समाप्त हो रहा था, लेकिन कोरोना काल की वजह से इनका कार्यकाल 31 मार्च 2021 तक के लिए तीन-तीन महीने के एक्सटेंशन के अंतराल से बढ़ाया गया था। जी दरअसल मध्य क्षेत्र कंपनी ने कुछ गड़बड़ियां देखते हुए इनको बर्खास्त किया है।
कहा जा रहा है इन कंपनियों का बर्खास्तगी पीरियड 31 मार्च 2021 के बाद प्रभावी होने वाला है। इसके अलावा एक आउटसोर्स कंपनी प्राइमवन वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड को एक साल के लिए कंपनी में काम करने से भी रोका गया है। जी दरअसल मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में आउटसोर्स पर कर्मचारियों की नियुक्ति लंबे वक्त से की जाती रही है। इसी क्रम में पांच आउटसोर्स कंपनियों को वर्ष 2019-20 के लिए कर्मचारियों को ठेका मिला था।
वहीं इस बीच कोरोना काल आ गया जिसके कारण मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी नई आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नए टेंडर नहीं निकाल सकी। उसी के बाद इन्हीं पांचों आउटसोर्स कंपनियों को तीन-तीन महीने के अंतराल से 31 मार्च 2021 तक कार्यअवधि बढ़ा दी गई। इस बीच बिजली कंपनी प्रबंधन को इन कंपनियों की कार्यप्रणाली में त्रुटियाँ मिलीं। जब त्रुटियाँ व्यापक स्तर पर सामने आईं तो कंपनी प्रबंधन हैरान रह गया। उसके बाद उसने इन कंपनियों की सेवाओं को बर्खास्त कर दिया है। कहा जा रहा है इन कंपनियों का बर्खास्तगी पीरियड 31 मार्च 2021 के बाद प्रभावी होगा।
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