भोपाल: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने राज्य में लॉकडाउन 15 जून तक बढ़ा दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसका ऐलान करते हुए बताया कि राज्य में स्कूल-कॉलेज खुलेंगे, लेकिन इस पर अंतिम फैसला 13 जून के बाद ही लिया जाएगा। कोरोना के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन 15 दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार ने यह फैसला ऐसे वक़्त में लिया है, जब राज्य में संक्रमितों की तादाद बढ़कर 7645 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 192 नए मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में अब तक कोरोना के कारण 334 मरीज दम तोड़ चुके हैं। 4269 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
राज्य में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, बुरहानपुर, खरगोन, खंडवा और बड़वानी को छोड़कर शेष सारे जिले ग्रीन जोन में हैं और सभी जगह शर्तों के साथ बाजार खोल दिए गए हैं। राज्य में खेल गतिविधियां भी 1 जून से आरंभ हो रही हैं। वहीं, राज्य में सागर जिला नया हॉट स्पॉट बन गया है। यहां शुक्रवार को 24 नए मामले पाए गए हैं। इनमें 16 सदर, 4 मढ़िया विट्ठल नगर के अलावा मकरोनिया, मोतीनगर, सिविल लाइन और सूबेदार वार्ड में एक-एक संक्रमित मिला है। इसके साथ शहर में अब तक 165 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 92 सदर से हैं। वहीं, शुक्रवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई। कोरोना से जिले में अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी हैं।
वहीं, पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से 1 जून से सभी धार्मिक स्थल खोलने की मांग की है। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार भी कर्नाटक और पश्चिम बंगाल की तरह 1 जून से राज्य में तमाम धर्मों के धार्मिक स्थल खोलने का फैसला ले। आवश्यक मापदंडों का पालन कराकर इस सम्बन्ध में फैसला लें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में भी जब शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं, तो आम नागरिकों की आस्था के केन्द्र धार्मिक स्थल अभी तक बंद क्यों हैं?
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