मदुरै (तमिलनाडु): इस समय देश भर में लाखों लोगों की कमाई को कोरोना ने तहस नहस कर दिया है. लाखों लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है खाने के लिए पैसे नहीं है. COVID-19 महामारी के कारण सभी के भोजन के एक एक निवाले छीन गए हैं. ऐसे में कई लोग ऐसे भी हैं जो एक-दूसरे की मदद के लिए आगे बढ़ रहे हैं. जी हाँ, अब इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण तमिलनाडु के मदुरै से आया है. यहाँ तमिलरसन नाम का एक युवक है जो अलंगनल्लूर में एक चाय विक्रेता के तौर पर काम करता है.
वह अपनी कमाई का एक हिस्सा इस कठिन समय के दौरान गरीब और बेघर लोगों को खिलाने के लिए खर्च कर रहा है. जी हाँ, हाल ही में एक वेबसाइट से बातचीत में उसने कहा, "मैं अलकनल्लूर, मेट्टूपट्टी और पुदुपट्टी के आसपास के गांवों में हर सुबह और शाम को एक साइकिल पर चाय बेचता हूं, जिससे मुझे रोजाना अच्छी आय मिलती है," आगे बात करते हुए तमिलरसन ने कहा, "जब भी मैं चाय बेचता हूं, मैं गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त में देता हूं, जो सड़क के किनारे और मंदिर के गेट के पास झुंड में रहते हैं. मैं अपनी आय का एक हिस्सा भी आरक्षित करता हूं, जो पूरी तरह से दिन में तीन बार खिलाने में जाता है."
इसी के साथ आगे उसने यह भी कहा कि, 'उनका सपना क्षेत्र में अपनी खुद की दुकान स्थापित करने और अधिक लोगों की मदद करना था जो कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि के हैं.' आप सभी जानते ही होंगे ऐसे समय में दयालु लोगों का मिलना मुश्किल हो गया है लेकिन फिर भी कई लोग दयालुता दिखा रहे हैं. वहीं बातचीत में तमिलरसन ने कहा कि 'उन्होंने पूर्व में ऋण के लिए आवेदन किया था, लेकिन बैंक को प्रदान करने के लिए उनके पास कोई कोलाटर नहीं होने के कारण आवेदन खारिज हो गया.'
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