शहर के बावर जनजातीय क्षेत्र में माघ की तैयारियां जोरों हैं। 11 जनवरी से शुरू होने वाले त्योहार का लोग साल भर से इंतजार करते हैं। त्योहार को लेकर लोग बकरे खरीद रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने घर पर बकरे पाले हुए हैं।
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इतने है बकरों के दाम
जानकारी के लिए बता दें क्षेत्र में त्योहार को लेकर लोग बकरों की खरीदारी करने में जुटे है। 20 से 40 हजार रुपये तक बाजार में बकरे खरीदे जा रहे हैं। प्रत्येक परिवार को एक बकरे को काटने की परंपरा है, जो वर्षों पूर्व से चली आ रही है। इस पर्व में रिश्तेदारी को निभाने के लिए एक दूसरे के यहां जाने का रिवाज है। क्षेत्र के सभी क्षेत्रों में ग्रामीण पर्व की तैयारियों में जुटे हैं।
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सालों पुरानी है परम्परा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी ने बताया हर साल की तरह इस बार भी 11 जनवरी से शुरू होने वाले माघ की तैयारी जौनसार बावर में जोरों पर हैं। मरोज के दिन बकरों को काटा जाएगा, जिनके पास अपने बकरे नहीं हैं उन्होंने बकरे खरीदने शुरू कर दिए हैं। पंजिया गाँव के संतराम भट्ट, अलसी गाँव के सिंगा राम बिष्ट आदि बुजुर्गों का कहना है कि बकरों को काटने की माघ माह की संक्रांति से दो दिन पूर्व की परंपरा कई सदियों से चली आ रही है।
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