'वक्फ की जमीन पर हो रहा महाकुंभ का आयोजन..', मौलाना के दावे को शंकराचार्य का समर्थन..!

'वक्फ की जमीन पर हो रहा महाकुंभ का आयोजन..', मौलाना के दावे को शंकराचार्य का समर्थन..!
Share:

प्रयागराज: पूरे देश भर में महाकुंभ 2025 को लेकर उत्साह चरम पर है, विदेशों से भी साधु-संत और सनातन धर्म के अनुयायी संगमनगरी प्रयागराज पहुँच रहे हैं। इस बीच एक मौलाना के बयान ने देशभर में तहलका मचा दिया है। मौलाना शाहबुद्दीन बरेलवी का दावा है की महाकुम्भ 2025 का आयोजन वक्फ की जमीन पर हो रहा है और उन्होंने इसको लेकर आपत्ति जताई है। हालाँकि, कुंभ का मेला जो सदियों से प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर लगता आया है, वो स्थान कब से वक्फ का हो गया? इसका पता ही नहीं चला।

हालाँकि, मौलाना के इस दावे पर हिन्दू संत और शंकराचाय्र अविमुक्तेश्वरानंद ने भी समर्थन जाहिर किया है। काशी-मथुरा विवादों की तर्ज पर शंकराचार्य ने कहा कि , हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजे जा सकते हैं तो कोई यह दावा करे कि महाकुंभ वक्फ की जमीन पर हो रहा है तो क्या गलत है? शंकराचार्य ने कहा है की अगर किसी ने दावा किया है, तो इसकी सत्यता की जांच होनी चाहिए और जमीन अगर वक्फ की है, तो उसे मिलनी चाहिए। हालाँकि, अविमुक्तेश्वरानंद का खुद का शंकराचार्य होने का दावा भी विवादों में है, उन पर आरोप हैं कि, उन्होंने किसी ने शंकराचार्य की गद्दी नहीं सौंपी, बल्कि उन्होंने ही खुद को शंकराचार्य घोषित कर दिया, जो कि नियम विरुद्ध है। खुद अविमुक्तेश्वरानंद पर कोर्ट में केस भी चल रहे हैं, हालाँकि, वे अभी मौलाना के दावे की जांच करने की बात कह रहे हैं और वक्फ की जमीन उसे सौंपने को कह रहे हैं।    

इसके अलावा शंकराचार्य ने महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर बैन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने खाने-पीने की चीजों में थूक-पेशाब आदि मिलाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि, दूसरे धर्म के लोग सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए इस तरह के गलत काम करते हैं। यदि ऐसी मानसिकता के लोग हैं, तो उनका महाकुंभ में न आना ही बेहतर है। जिन भी साधू-संतों ने ये मांग उठाई है, उन्होंने कुछ सोचकर ही उठाई होगी। अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जब भी मुस्लिम समुदाय के लोग गलत करते हैं, तो कोई भी मौलवी या मौलाना उसका विरोध करते नज़र नहीं आता है।

 

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
- Sponsored Advert -