लखनऊ। बाबरी मस्जिद विध्वंस मसले को लेकर आज महंत नृत्य गोपाल दास महाराज, वेदांती चंपत राय, बीएल शर्मा, धर्मदास लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंचे। इसके पूर्व 19 अप्रैल को सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की पिटीशन पर निर्णय सुनाया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं जिनमें प्रमुख तौर पर भारत के उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणीएमुरली मनोहर जोशी शामिल हैं।
उन पर आपराधिक प्रकरण चलाया जाएगा। ऐसे करीब 13 नेता हैं। न्यायालय द्वारा कहा गया कि इस तरह दो अलग अलग मसलों को एक कर दिए जाने की बात भी कही गई। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि रायबरेली में संचालित होने वाले मामले की सुनवाई लखनऊ में किए जाने की मांग की गई। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीसी घोष व न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन की बेंच द्वारा कहा गया कि भाजपा के 13 नेताओं पर आपराधिक साजिश चलने का प्रकरण चलाया जा सकता है।
सीबीआई ने न्यायालय की कार्रवाई के दौरान मांग की थी कि लालकृष्ण आडवाणी समेत 13 लोगों पर आपराधिक मानहानि का केसल चलना चाहिए। न्यायालय ने अब सीबीआई को गवाही के लिए प्रत्येक सुनवाई में रहने का आदेश दिया। इस मामले में जिन लोगों पर वाद चल रहा है उनमें साध्वी ऋतंभरा, सतीश प्रधान, चंपत राय बंसल, विष्णु हरि डालमिया, सतीश प्रधान, आरवी वेदांत, जगदीश मुनी महाराजए बीएल शर्माए नृत्य गोपाल दासए धर्म दास आदि के नाम शामिल हैं।
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