1- महाराणा प्रताप जयंती
2- तब तक परिश्रम करते रहो जब तक तुम्हे तुम्हारी मंजिल न मिल जाये।
3- अन्याय, अधर्म,आदि का विनाश करना पुरे मानव जाति का कर्तव्य है।
4- एक शासक का पहला कर्तव्यअपने राज्य का गौरव और सम्मान बचाने का होता है।
5- अपनो से बङो के आगे झुक कर समस्त संसार को झुकाया जा सकता है।
6- गौरव,मान- मर्यादा और आत्मसम्मान से बढ कर कीमती जीवन भी नही समझना चाहिए।
7- अगर सर्प से प्रेम रखोगे तो भी वो अपने स्वभाव के अनुसार डसेगाँ ही।
8- नित्य, अपने लक्ष्य,परिश्रम,और आत्मशक्ति को याद करने पर सफलता का मार्ग सरल हो जाता है।
9- अत्यंत विकट परिस्तिथत मे भी झुक कर हार नही मानते। वो हार कर भी जीते होते है।
10- सत्य,परिश्रम,और संतोष सुखमय जीवन के साधन है। परन्तु अन्याय के प्रतिकार के लिए हिंसा भी आवश्यक है।