देश में बीते कुछ समय से कई तरह के बदलाव हुए है इस बीच जेलों में सजा काट रहे लोगों को बेहतरीन होटल जैसा खाना प्राप्त हो सकेगा। रेस्टोरेंट जैसे लजीज व्यंजनों के साथ चिकन एवं एनर्जी बार तक का इंतजाम किया जाएगा। कैदी खाने की शिकायत नहीं कर सकेंगे। ये खबर महाराष्ट्र जेल के अतिरिक्त महासंचालक सुनील रामानंद ने दी।
वही महाराष्ट्र के पुणे में रिपोटर्स को संबोधित करते हुए सुनील रामानंद ने कहा कि आने वाले वक़्त में मुंबई का आर्थर रोड जेल बहुमंजिला होने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर की जेलों में कैदियों की सेहत के साथ उन्हें अच्छा भोजन प्राप्त हो सके, इसका भी पूरा ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि यही वजह है कि जेलों में पैरोल पर छूटने के लिए तैयार 53 कैदी बाहर जाने से मना कर रहे हैं। इन कैदियों का बोलना है कि घर से अधिक ध्यान जेल प्रशासन कैदियों का रखता है।
इसके साथ ही सुनील रामानंद ने कहा कि कोरोना की पहली वेव में प्रदेश की 60 जेलों में 152 प्रतिशत क्षमता से अधिक कैदी थे। अब तक कोरोना की वजह से 4243 कैदी संक्रमित हुए तथा इनमें से 4157 स्वस्थ हो गए। कोरोना काल में 13 हजार 115 कैदियों को पैरोल पर घर जाने दिया गया, जिसके चलते बंदियों के आंकड़े में कमी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 9 ऐसे जेल रहे, जहां टोटल लॉकडाउन किया गया था। जिसके पश्चात् प्रशासन ने अस्थाई तौर पर कारागृह खोलकर कोरोना केंद्र आरम्भ किए। इस सब का फायदा ये हुआ कि अब जेलों में केवल 73 सक्रीय मामले है।
दिशा पाटनी का बहुत ध्यान रखते हैं जैकी श्रॉफ, सेट पर ले जाते है ये स्पेशल चीज
बनिहाल-बारामूला ट्रेन सेवा आज से पूरी तरह होगा बहाल
अपने ही बेटे की लाश लेने से परिजनों ने किया मना, वजह जानकर फटी रह जाएंगी आँखे