मुंबई: आयकर विभाग (IT) ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और NCP नेता अजीत पवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। अजित पवार से जुड़ी 1000 करोड़ रुपए की संपत्ति को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है। उनसे संबंधित ये संपत्तियाँ महाराष्ट्र, गोवा और दिल्ली में स्थित हैं। अजीत पवार से संबंधित जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है, उनमें उनकी एक कोऑपरेटिव चीनी मिल भी शामिल है। बता दें कि पिछले महीने चलाए गए एक गहन तलाशी अभियान में अजीत पवार की 184 करोड़ रुपए की गैर-कानूनी कमाई का पता चला था। इसके बाद ताज़ा कार्रवाई की गई है।
आयकर विभाग के बेनामी विंग ने पवार के खिलाफ ये कार्रवाई की है। अभी इस मामले में छानबीन जारी है और संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई भी जाँच का ही हिस्सा है। सतारा में स्थित जरांदेश्वर चीनी मिल के साथ ही मुंबई स्थित एक परिसर को भी IT विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है। गोवा में उनका एक रिसॉर्ट भी है, जिसे आयकर विभाग ने जब्त किया है। महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों पर उनकी 27 जमीनें अब आयकर विभाग के कब्जे में हैं।
इन संपत्तियों का मौजूदा बाजार मूल्य 1000 करोड़ रुपए के लगभग है, लेकिन इनकी ‘बुक वैल्यू’ बहुत कम है। बताया जा रहा है कि इनमें से कोई भी संपत्ति सीधे अजीत पवार के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं हैं, अर्थात उनके करीबियों की हैं। पिछले महीने अजीत पवार से संबंधित व्यापारिक प्रतिष्ठानों में छापेमारी के बाद IT विभाग को 184 करोड़ रुपए की अवैध कमाई का पता चला था। बताया जा रहा है कि ये अजीत पवार के रिश्तेदारों के थे। डीबी रियल्टी और शिवालिक ग्रुप नाम की ये कंपनियाँ उनके बेटे और बहन के नाम पर पंजीकृत हैं।
पुनीत राजकुमार की आँखों से 4 लोग देख सकेंगे दुनिया
इंडियन ऑयल भारत का पहला मेगा-स्केल मैलिक एनहाइड्राइड संयंत्र करेगा स्थापित