मुंबई: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शिवसेना (Shiv Sena) में भी लड़ाई बढ़ गई है। अब पार्टी के हालात उद्धव (Uddhav Thackeray) की शिवसेना बनाम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की शिवसेना हो गई है। एकनाथ शिंदे ने चीफ व्हिप (Chief Whip) के रूप में भरत गोगावले (Bharat Gogavale) की नियुक्त की है तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के द्वारा नियुक्त किए गए सुनील प्रभु (Sunil Prabhu) को अवैध करार दिया है।
वही इसके साथ-साथ शिंदे ने कहा कि सुनील प्रभु द्वारा जो व्हिप जारी किया गया है वह कानूनी रूप में अवैध है। शिंदे असली शिवसेना स्वयं को बता रहे हैं। 34 शिवसेना विधायकों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं। एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर बताया कि शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। वजह ये है कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के सिलसिले में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य है।
शिवसेना विधिमंडळ मुख्य प्रतोद पदी शिवसेना आमदार श्री.भरत गोगावले यांची नियुक्ती करण्यात आली आहे. सबब, श्री.सुनील प्रभू यांनी आजच्या आमदारांच्या बैठकीबद्दल काढलेले आदेश कायदेशीरदृष्ट्या अवैध आहेत.
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 22, 2022
बता दें कि, आज महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक हुई है। कोरोना से संक्रमित होने की वजह से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बैठक में वर्चुअली उपस्थित रहे। मंत्रिमंडल बैठक समाप्त होने के बाद शिवसेना ने अपने सभी विधायकों को व्हिप जारी किया है। सभी को शाम 5 बजे उद्धव ठाकरे के आधिकारिक आवास वर्षा पर पहुंचने का आदेश दिया गया है। साथ ही बताया गया कि यदि कोई विधायक नहीं पहुंचता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी। इस बैठक में जो भी विधायक सम्मिलित नहीं होंगे उनकी सदस्यता रद्द की जा सकती है।
सियासी उठापटक के बीच सामने आया CM उद्धव का ये बड़ा बयान
पंचायत चुनाव : प्रथम चरण के लिए कल थमेगा चुनाव प्रचार
'शिवसेना ने पहले भी अग्निपरीक्षा दी है और जल्द इसे भी कर लेगी पास'