मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर संकट मंडरा रहा है। MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग के पश्चात् मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे गुजरात के सूरत चले गए हैं। शिंदे का दावा है कि उनको 20 विधायकों का समर्थन हासिल है। बगावत के पश्चात् एकनाथ शिंदे का पहला बयान आया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि हम बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं। बालेसाहेब के हमें हिंदुत्व सिखाया है। हम सत्ता के लिए कभी भी धोखा नहीं देंगे। बालासाहेब के विचारों एवं धर्मवीर आनंद साहेब ने हमें धोखा देना नही सिखाया है।
शिंदे समर्थक 3 विधायकों को उद्धव आवास लाया गया है। इसमें दादा भूसे, संजय राठौर, संजय बांगड़ सम्मिलित हैं। वही महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर शरद पवार का बयान आ गया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी बार ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा कि NCP का कोई विधायक इधर से उधर नहीं गया है। उन्होंने कहा कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। क्या ठाकरे की सरकार गिरेगी? इसपर पवार ने बोला कि कोई ना कोई विकल्प (सरकार बचाने का) निकल जाएगा।
आम्ही बाळासाहेबांचे कट्टर शिवसैनिक आहोत... बाळासाहेबांनी आम्हाला हिंदुत्वाची शिकवण दिली आहे.. बाळासाहेबांचे विचार आणि धर्मवीर आनंद दिघे साहेबांची शिकवण यांच्याबाबत आम्ही सत्तेसाठी कधीही प्रतारणा केली नाही आणि करणार नाही
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 21, 2022
शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस, NCP एवं शिवसेना तीनों ही साथ हैं। आज हम लोग मिलकर इस पर बातचीत करेंगे तथा शाम तक आपको जानकारी देंगे। महाराष्ट्र सरकार का एक और मंत्री संपर्क से बाहर बताया जा रहा है। इनका नाम दादा भूसे है। मालेगांव के MLA भूसे ठाकरे सरकार में कृषि मंत्री हैं। कहा जा रहा है कि वह भी बागी कैंप के साथ हैं। उनको शिंदे का नजदीकी बताया जाता है।
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