मलेशिया: मलेशिया के पूर्व पीएम महातिर मोहम्मद ने बताया कि मलेशिया अपने यहां से विवादित मुश्लिम उपदेशक जाकिर नाइक को इंडिया को छोड़कर किसी भी देश में भेजना चाहता है लेकिन अधिकतर देश उसे लेना मानना नहीं चाहते है. यह बात और है कि जाकिर नाइक को सांप्रदायिक उन्माद फैलाने और मनी लांड्रिंग मुद्दे में इंडियन सुरक्षा एजेंसियां लंबे वक़्त से ढूंढ रही हैं. वह 2016 में विदेश भाग गया था. कई देशों में भटकने के उपरांत वह लंबे वक़्त से मलेशिया में टिका हुआ है. उसे महातिर ने ही स्थायी रूप से रहने की इजाजत दी थी.
महातिर ने इस बता दावा किया जाकिर नाइक, मलेशिया में इंडियन लोगों से सुरक्षित नहीं है. हम उसे किसी और देश में भेजना चाहते हैं ताकि वह वहां सुरक्षित रहे. लेकिन अधिकांश देश उसे अपने यहां लेना नहीं चाह रहे थे. ख़ुफ़िया न्यूज़ एजंसी से बातचीत में महातिर ने कहा कि कश्मीर पर उनकी टिप्पणी की वजह इंडिया के साथ उनके देश के रिश्तों में तनाव आया. साथ ही यह भी बताया गया उनके नेतृत्व के तहत इसके अतिरिक्त दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत अच्छे रहे. महातिर एक वक़्त में दुनिया के सबसे लंबे वक्त तक सेवा देने वाले निर्वाचित नेता थे. वह सत्ता में वापसी करने की प्रयास में हैं.
उन्होंने कहा कि वह विश्वभर के मुद्दे के बारे में टिप्पणियां करते रहे हैं. उनसे पूछा गया था कि उनके पीएम रहने के वक़्त भारत-मलेशिया के संबंध क्यों बिगड़े. लेकिन सितंबर 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के बीच महातिर ने कश्मीर का मामला सामने लाया गया. इंडिया के विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जारी कर दी गई. विदेश विभाग ने बताया था कि इंडियन जम्मू-कश्मीर के बारे में दिए संदर्भ को पूरी तरह से खारिज किया गया है और जो भारत का अभिन्न अंग है. मलेशिया के पूर्व पीएम ने बताया, भारत के साथ हमारे संबंध हमेशा बहुत अच्छे रहे हैं. लेकिन कभी-कभी मामूली गड़बडि़यों, घटनाओं की वजह से उस वक्त रिश्तों पर तत्काल प्रभाव पड़ा, मगर बहुत तेजी से ही हमने अपने संबंधों में ऐसे कलेश को दूर कर दिया.
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