आप सभी को बता दें कि आज महावीर जयंती है. जी दरअसल हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष को बड़ी धूमधाम से महावीर जयंती मनाई जाती है और भगवान महावीर जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे. इसी के साथ जैन धर्म की प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, भगवान महावीर ने 12 सालों तक कठोर तप किया था जिससे उन्हें इन्द्रियों पर विजय प्राप्त हुई थी. कहते हैं दीक्षा लेने के बाद भगवान महावीर ने दिगंबर स्वीकार कर लिया और दिगंबर लोग आकाश को ही अपना वस्त्र मानते हैं इसलिए वस्त्र धारण नहीं करते हैं. आप सभी को बता दें कि महावीर का जन्म ईसा से 599 साल पहले बिहार के कुंडग्राम में हुआ था और उन्होंने समाज कल्याण के लिए काफी काम किया. उन्होंने जनमानस के सुधार के लिए प्रवचन दिए और प्रेरणा देने वाली बातें कहीं. अब आज हम लेकर आए हैं उनके कुछ बेहतरीन विचार, जिन्हे आप अपने जीवन में उतार सकते हैं.
-भगवान महावीर ने कहा कि भगवान का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है. हर कोई सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवत्त्व प्राप्त कर सकता है.
-भगवान महावीर ने कहा कि हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो. घृणा से विनाश होता है.
-भगवान महावीर ने कहा कि हर व्यक्ति अपने स्वयं के दोष की वजह से दुखी होते हैं और वे खुद अपनी गलती सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं.
-भगवान महावीर ने कहा कि स्वयं से लड़ो , बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना ? वह जो स्वयम पर विजय कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी.
-भगवान महावीर ने कहा कि पृथ्वी पर हर जीव स्वतंत्र है. कोई किसी पर भी आश्रित नहीं है.
-भगवान महावीर ने कहा कि प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है. आनंद बाहर से नहीं आता.
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