आंवला आयुर्वेदिक तेल आप अपने घर पर भी बना सकते है ये बनाने में आसान है और आपको बाज़ार से सस्ता भी पडेगा और शुद्धता की भी गारंटी है.
बनाने की विधि:
हरे आंवले को कुचलकर या कद्दूकस कर के, साफ़ कपडे में निचोड़कर 500 ग्राम रस निकाले. किसी लोहे की कड़ाही या कलईदार दार बर्तन या मिटटी के चिकने बर्तन में आंवले का रस डालकर उसमे 500 ग्राम काले तिलो का तेल या नारियल का तेल मिला ले और बर्तन को मंद मंद आग पर रखकर गर्म करे.
पकते पकते जब आंवलों का रस का जलीय अंश वाष्प बनकर उड़ जाए (अर्थात जब चटर पटर या सनसनाहट की आवाज़ आनी बंद हो जाए) और तेल बाकी रह जाए तब बर्तन को आग से नीचे उतारकर ठंडा कर ले.ठंडा हो जाने पर इस तेल को फलालैन के कपडे (या साफ़ सफ़ेद महीन कपडे) या फ़िल्टर बैग की सहायता से छान ले.
अब इस तेल को बोतल में भरकर दैनिक प्रयोग में लाये. इस तेल को बालो (बाल गीले ना हो) की जड़ो में अंगुलियों के पोरो से नरमी से मालिश करने से बाल लम्बे होते हैं और काले भी.