रांची: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज सोमवार (11 दिसंबर) को धनबाद में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) के छात्रों से एक ऐसी मशीन का आविष्कार करने का आग्रह किया जो तेजी से नकदी गिन सके। उन्होंने IIT-ISM, धनबाद के 43 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि, 'मैं आप सभी से एक ऐसी मशीन का आविष्कार करने का आग्रह करता हूं, जो तेज गति से नोट गिन सके। बैंक मैनेजर (पैसे गिनने के काम में शामिल) की दुर्दशा देखने के बाद, मेरे मन में यह विचार आया कि मुझे आप सभी से ऐसी मशीन बनाने का आग्रह करना चाहिए।'
बता दें कि, धनखड़ रांची में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के परिसर से जब्त नकदी की गिनती के लिए आयकर और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे व्यापक अभियान का जिक्र कर रहे थे। धनखड़ ने आगे कहा कि देश का पारिस्थितिकी तंत्र स्पष्ट है कि इसमें भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है, और यह अब अनुग्रह प्राप्त करने का साधन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि, "सत्ता के गलियारों को भ्रष्ट तत्वों ने बेअसर कर दिया है। पहले लोग सोचते थे कि वे कानून से ऊपर हैं, और इसलिए यह उन तक नहीं पहुंचेगा। अब कोई भी कानून से बच नहीं सकता है।"
बता दें कि, आयकर विभाग द्वारा ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े परिसरों से जब्त की गई बेहिसाब नकदी की कीमत रविवार को 351 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसने इसे किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में "अब तक की सबसे अधिक" काले धन की बरामदगी बना दिया। छापेमारी 6 दिसंबर को शुरू हुई और अब तक अधिकारियों ने कुल 176 नकदी बैग में से 140 बैग की गिनती पूरी कर ली है। अधिकारी छापेमारी के दौरान बरामद नकदी की गिनती रविवार तक पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं।
दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया था कि उन्हें 176 बैग नकदी मिली और उनमें से 140 की गिनती कर ली गई है। तीन बैंकों के 50 अधिकारी गिनती प्रक्रिया में शामिल हैं और 40 मशीनें तैनात की गई हैं। कई बार मशीन नोट गिनते-गिनते खराब भी हो गई थी, इसी को देखते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने IIT स्टूडेंट्स से ये आग्रह किया है।