गणेश चतुर्थी का उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन को लेकर भक्तगण अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति लाने की तैयारी में व्यस्त हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गणेश जी का प्राकट्य भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। इस अवसर पर भक्त गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं, जिसमें धूप अर्चना भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
गणेश चतुर्थी पर विशेष पूजा के दौरान कई स्थानों पर चार धूप पात्रों में धूप जलाकर गणेश जी की अर्चना की जाती है। आज हम आपको घर पर प्राकृतिक सामग्री से धूप बनाने की विधि बताएंगे, जिससे आप गणेश जी की पूजा को और भी खास बना सकते हैं।
धूप बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:
पूजा के सूखे हुए फूल
कपूर की टिकिया
गोबर के कंडे
गुग्गल और लोबान
हवन सामग्री
चंदन पाउडर
देसी घी
तिल का तेल
ये सामग्री किसी भी पूजा सामग्री की दुकान से प्राप्त की जा सकती है। अब जानते हैं इस शुद्ध धूप को बनाने का तरीका:
सबसे पहले, एक मिक्सर में सूखे हुए पांच से छह फूल, कपूर की दो से तीन टिकिया, एक छोटा टुकड़ा गोबर का उपला, गुग्गल और लोबान डालें। इन सभी को मिलाकर एक फाइन पाउडर बना लें। गुग्गल, लोबान और कपूर प्राकृतिक रूप से सुगंधित होते हैं, इसलिए आप मात्रा को अपनी पसंद के अनुसार समायोजित कर सकते हैं।
तैयार पाउडर को एक छलनी से छान लें ताकि कोई गुठली न रहे।
अब इस पाउडर में देसी घी, तिल का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर अच्छे से गूंथ लें। मिश्रण को आटे की तरह गूंथें। यदि मिश्रण अच्छे से बन रहा है, तो यह तैयार है।
इस गूंथे हुए मिश्रण से हाथों से धूपबत्ती या हवन कप जैसी आकृतियाँ बना लें। इन आकृतियों को धूप में दो से तीन दिन सूखने के लिए छोड़ दें। आप इन्हें पंखे की हवा में भी सूखा सकते हैं।
इस प्रकार, आपकी शुद्ध धूप तैयार हो जाएगी। इसे जलाने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
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