आपको अपना करियर बनाने के लिए किसी न किसी क्षेत्र (विषय )के साथ ही साथ एक ऐसे संस्थान की भी आवश्यकता होती है जो आपको सम्बंधित विषय में पूर्ण पारंगत कर आपको उस विषय में मजबूत बना सके .आपके करियर के लिए बहुत से कोर्सेज और संस्थान तो है ही पर आपको ऐसे संस्थान का चयन करना है जिसमें पढाई में प्रेक्टिकली ज्ञान दिया जता हो साथ ही साथ वहां का वातावरण भी अच्छा हो क्योंकि हमारे जीवन में वातावरण का एक बड़ा प्रभाव पड़ता है .
कॉलेज का नाम: सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन
कॉलेज का विवरण: सिम्बायोसिस सोसाइटी ने 2008 में पत्रकारिता, विज्ञापन, पीआर और ऑडियो, विजुअल कम्यूनिकेशन में अपना अंडरग्रेजुएट कोर्स SIMC- यूजी (सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन- अंडरग्रेजुएट) शुरू किया था. पिछले दो सालों में यहां आवेदन करने वालों की संख्या में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यहां हर बैच में 120 छात्र होते हैं. इंडिया टुडे-नीलसन बेस्ट कॉलेज 2014 के सर्वे में SIMC को भारत के टॉप जर्नलिज्म कॉलेज में पहला स्थान दिया गया है. इंडिया टुडे-नीलसन सर्वे 2014 में इस इंस्टीट्यूट को भारत के टॉप 10 मास कम्यूनिकेशन कॉलेज की लिस्ट में पहला स्थान दिया गया है.
प्रवेश प्रक्रिया: सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन में एंट्रेंस एक्जाम दो चरणों में होता है. पहले चरण में लिखित परीक्षा होती है, जिसमें सफल होने वाले स्टूडेंट्स को रिटन टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू से गुजरना होता है. इसके बाद डॉक्यूमेंट्स की प्रामणिकता की जांच होती है.
प्लेसमेंट: यहां के स्टूडेंट्स निम्नलिखित मीडिया कंपनियों में काम कर रहे हैं:-
सीएनबीसी
सीएनएन आईबीएन
इंडिया टुडे ग्रुप
दूरदर्शन
इंडियन एक्सप्रेस
गल्फ टाइम्स
संपर्क: सर्वे न.- 231, विमान नगर, पुणे, महाराष्ट्र, पिन- 411014
फोन नं: 91 20- 26634511, 26634512, 26634513, 26634514
वेबसाइट: www.simc.edu
ईमेल: [email protected]
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन में जर्नलिज्म से संबंधित निम्नलिखित कोर्स कराए जाते हैं:
कोर्स का नाम: बैचलर इन मीडिया स्टडीज
कोर्स का विवरण: यह एक फुल टाइम कोर्स है, जिसमें ऑडियो-विजुअल, पब्लिक रिलेशन, इवेंट मैनेजमेंट और विज्ञापन जैसे सबजेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं.
डिग्री: ग्रेजुएशन
अवधि: 3 साल
योग्यता: 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए 45 फीसदी अंक होना जरूरी.