यूनाइटेड नेशन के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुतेरस ने नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई को बालिका शिक्षा बढ़ावा देने के लिए शांति दूत नियुक्त कर दिया है. मलाला इस सम्मान को पाने वाली सबसे कम उम्र की हस्ती है. यह यूनाइटेड नेशन का सर्वोच्च सम्मान है. इस पर मलाला ने कहा कि पुरुषो को महिलाओ के पर नहीं कतरना चाहिए बल्कि उन्हें उड़ने देना चाहिए.
जनरल सेक्रेटरी गुटरेस ने मलाला से कहा, आप सिर्फ हीरो ही नहीं बल्कि समर्पित और दरियादिल इंसान है. जिसके बाद मलाला ने कहा कटटरपंथियो ने उन्हें मारने की कोशिश की किन्तु वह सफल नहीं हो पाए. यह उनकी दूसरी जिंदगी है जिसमे वह खास तौर पर बालिका शिक्षा के लिए काम कर रही है.
उन्हें उम्मीद है कि लड़की लैंगिक समानता में साथ देंगे. आगे वह कहती है उन्हें मुस्लिम होने पर गर्व है. इस्लाम का मतलब शांति है और मीडिया में मुस्लिमो को आतंकी और जेहादी पेश करना निराशाजनक है. मलाला इसी साल जून में 12 वी की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजनीति और अर्थशास्त्र में आगे पढ़ाई जारी रखेगी.
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