बामको: माली के राष्ट्रपति और पीएम को हिरासत में लेकर सत्ता से बाहर करने वाले सैनिकों की विश्व के कई देशों ने कड़ी निंदा की जिसके उपरांत बुधवार को देश की सेना की ओर से जल्द ही स्थिरता और शांति बहाली का वादा किया जा रहा है. सेना द्वारा बंदूक की नोक पर गिरफ्तार कर लिया गया. राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता ने मंगलवार को देर शाम संसद भंग करने के बाद इस्तीफा दे दिया. जिसके उपरांत विद्रोहों का सामना कर रहे देश में संकट और गहरा होता जा रहा है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस विद्रोह की अगुवाई कौन करने वाला है.
फ्रांस और नाइजर के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बंद दरवाजे में माली के हालातों का ब्रीफिंग करने वाले है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को राष्ट्रपति व पीएम समेत हिरासत में लिए गए तमाम कर्मचारियों को बिना शर्त रिहा करने का अनुरोध किया है . मंगलवार देर शाम को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने बामको में सेंट्रल स्क्वायर का घेर लिया और सैन्य विद्रोह को समर्थन देने लगे जो मिलिट्री वाहनों में सवार थे. वहीं बुधवार को देश में सर्वत्र शांति नज़र आ रही है. सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई दे रहा है.
सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे वीडियो में बिना किसी रोक-टोक के माली के लोग शहर के कंपाउंड में इधर-उधर जा रहे है. 75 साल के कीता 2013 में सत्ता में आए जिसके उपरांत दूसरी बार 5 वर्ष के लिए वर्ष 2018 में उन्हें चुन लिया गया है. बुधवार को यूरोपीयन यूनियन इंडस्ट्री के कमिश्नर थेरी ब्रेटन ने माली में नए चुनाव का अनुरोध कर रहे है.
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