अनूपपुर: मध्यप्रदेश में जमीन माफिया के खिलाफ सरकार की कार्रवाई निरंतर जारी है। अनूपपुर जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से अवैध अतिक्रमण हटाया। साधु-संतों ने यहां अवैध तौर पर मठ-मंदिर तथा आश्रम बना लिए थे। मुक्त कराई गई जमीन का भाव करोड़ों में बताया जा रहा है। अमरकंटक तथा आसपास के इलाकों में साधु-संतों ने कई जगहों पर अतिक्रमण कर लिया था। स्थिति ऐसी थी कि सिर्फ 2 कमरों के आश्रम देखते ही देखते 20 से 25 कमरों में परिवर्तित हो चुके थे। कई आश्रम तो ऐसे थे जिनका दायरा एक से दो एकड़ में फैल गया था। इन आश्रमों पर सरकार से कड़ाई से कदम उठाया है।
दरअसल, पिछले दिनों एक्शन मूड में आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन्हें कड़ाई से हटाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में प्रशासन निरंतर कार्यवाही कर रहा है। पिछले दिनों हुई कार्रवाई में अमरकंटक में तकरीबन 2.5 एक जमीन को प्रशासन ने मुक्त कराया है। इस जमीन की अनुमानित कीमत करोड़ों में है।
बृहस्पतिवार को इस कार्यवाही के चलते प्रशासन ने अनूपपुर रामानंदाचार्य राजराजेश्वर मौली सरकार के आश्रम पर बुलडोजर चलाया है। अमरकंटक के अति प्राचीन काली मंदिर परिसर में दो कमरों के स्थान पर 20 पक्के कमरों का निर्माण करा लिया गया था। वहीं, माई की बगिया नामक जगह के पास भी एक अतिक्रमण के हिस्से को प्रशासन नें मुक्त कराया है। इस कार्यवाही के चलते प्रशासन के तमाम आला अफसरों समेत पुलिस की मुस्तैद व्यवस्था रही। जिला प्रशासन के आला अफसरों का कहना है कि निरंतर हो रही इस कार्रवाई से जहां अमरकंटक इलाके में तमाम विकास कार्यों में रफ़्तार आएगी, तो वहीं मां नर्मदा के संवर्धन तथा संरक्षण में सहायता प्राप्त होगी।
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