कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते गुरूवार को एक बयान दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'नेताजी सुभाष चंद्र बोस और देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को लंबे समय से उपेक्षित किया गया और स्वतंत्रता संग्राम के खिलाफ रहे लोगों को राजनीतिक रंग में रंगकर इतिहास को बदलने का प्रयास किया जा रहा है।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'उनके लापता होने के 75 साल बाद भी, लोगों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि नेताजी के साथ आखिर हुआ क्या था।' जी दरअसल यह बातें उन्होंने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कही।
इस दौरान उन्होंने यह भी, ‘‘मैं देख सकती हूं कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, एक एजेंडे के अनुसार।।। जो लोग देश के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा थे, उनकी अनदेखी की जा रही है। इन दिनों, उन लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है जिन्होंने एक समय आजादी की लड़ाई का विरोध किया था। यह सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि लोग सच्चाई को भुला दें।'
इसके अलावा उन्होंने यह तक कहा कि, 'पश्चिम बंगाल में छात्रों को देश के सच्चे नेताओं के बारे में बताया जाता है और शिक्षक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।' आप सभी को बता दें कि अगले साल यानी 2021 के मार्च अप्रैल के महीने में बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी वजह से अभी से प्रचार प्रसार शुरू हो गया है। आए दिन किसी ना किसी विधायक या नेता को भाषण देते हुए देखा जा रहा है।
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