कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद टीएमसी अध्यक्ष और सूबे की सीएम ममता बनर्जी ने शनिवार को पार्टी के संगठन में बदलाव किए. ममता ने पार्टी में नंबर दो माने जाने वाले अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी से कई अहम् जिम्मेदारियां वापस छीन ली हैं. ममता ने अभिषेक से उन सारे जिलों की कमान वापस ले ली है, जहां भाजपा ने जीत हासिल की है और टीएमसी की पराजय हुई है.
ममता बनर्जी ने अन्य नेताओं को यह जिम्मेदारी दे दी है. अब अभिषेक को केवल चुनाव संबंधी कार्यों के अधिकार सौंपे गए हैं. ममता बनर्जी ने सभी प्रत्याशियों और दिग्गज नेताओं के साथ लगभग घंटे भर चली बैठक के बाद कहा कि, 'हमने पार्टी संगठन में कई परिवर्तन किए हैं. अच्छी टक्कर देने के बाद भी हारने वाले प्रत्याशियों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गयी हैं. टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल के सीएम के पद से इस्तीफे की शनिवार को पेशकश की, किन्तु तृणमूल कांग्रेस ने इसे खारिज कर दिया.
ममता बनर्जी ने चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद पहली प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा पर आरोप लगाया है कि उसने पश्विम बंगाल में वोट हासिल करने के लिए लोगों का धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण किया. पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 18 पर जीत हासिल करके तृणमूल कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीटें जीती हैं जबकि 2014 में टीएमसी 34 सीटों पर जीती थी .
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