कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का संविधान बचाओ धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है। दरअसल सीबीआई कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने के लिए उनके कोलकाता स्थित आवास पर पहुंची थी, जिसके बाद पुलिस ने सीबीआई अफसरों को हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद तृणमूल अध्यक्षा ममता बनर्जी ने खुद कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर पहुंचकर अफसरों संग बैठक शुरू कर दी थी। इसके बाद ममता ने मोदी सरकार के खिलाफ रात से ही धरना शुरू कर दिया था।
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ममता बनर्जी के धरना स्थल के स्टेज को फिलहाल पर्दे से ढक दिया गया है। यह धरना मेट्रो चैनल के पास दिया जा रहा है। सीबीआई की कार्रवाई पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार चुनाव से पहले प्रदेश में तख्तापलट के लिए साजिश कर रही है। वहीं सभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने ममता बनर्जी के धरने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वे राज्यों में चोर को बचाने के लिए धरने पर बैठी हैं।
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इस पूरे विवाद के बीच सीबीआई ने सोमवार को शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जिस पर आज सर्वोच्च न्यायालय अपनी सुनवाई करेगा। यह पूरा ड्रामा उस समय शुरू हुआ जब रविवार शाम को सीबीआआई की 40 अफसरों की टीम कोलकाता पहुंची और पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर पहुंची। सीबीआई, कोलकाता आयुक्त राजीव कुमार से सारधा चिट फंड मामले में पूछताछ करने के लिए गई थी। राजीव कुमार मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम के प्रमुख थे, उन पर आरोप है कि उन्होंने महत्वपूर्ण सबूत मिटाएं हैं, सीबीआई जिसकी खोज कर रही है। जानकारी के मुताबिक, एसआईटी के पास इस मामले से जुड़े पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक लाल रंग की डायरी और एक पेन ड्राइव था। ये सभी महत्वपूर्ण सबूत सारधा चिट फंड के मालिक सुदीप्तो सेन के पास से बरामद किए गए थे।
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