गुवाहाटी: असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की अंतिम सूची जारी होने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। सूची से 19 लाख लोगों के नाम हटा दिए गए हैं, जिसके बाद से सरकार को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। यहां तक कि राज्य में भाजपा के भी कुछ नेताओं ने इसकी आलोचना की और दावा किया कि लिस्ट में बहुत-से बंगाली हिन्दुओं के नाम हटा दिए गए, जो पार्टी के कोर वोटर ग्रुप है।
इसके बाद अब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान NRC का मुद्दा उठाया है। उन्होंने 19 उन लाख लोगों की तरफ ध्यान दिलाया, जिनमें से कई 'वास्तविक वोटर' हैं। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने अमित शाह को बताया कि पश्चिम बंगाल में असम की तरह एनआरसी की आवश्यकता नहीं है। सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने अमित शाह को एक पत्र दिया है, जिसमें उन्हें बताया कि लिस्ट में दर्ज करने से छोड़ दिए गए 19 लाख लोगों में से काफी सारे हिन्दीभाषी, बांग्लाभाषी और स्थानीय लोग हैं। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी, किन्तु उन्होंने बताया था कि उनके साथ मुलाकात में NRC पर चर्चा नहीं की गई, क्योंकि वह 'सरकार की सरकार' से मुलाकात थी और उनके बीच केवल विकास संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई थी।
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