कोलकाता: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में बगावत के सुर उठने लगे हैं। दरअसल, राज्य सचिवालय में बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में ममता सरकार के चार मंत्री गैर मौजूद रहे। बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले मंत्रियों में शुभेंदु अधिकारी, राजीव बनर्जी, गौतम देव और रवींद्रनाथ घोष का नाम था। गौतम देव के गैर मौजूद रहने का कारण कोरोना से संक्रमित होना रहा। वहीं, रवींद्रनाथ घोष बीमारी के कारण बैठक में हिस्सा नहीं ले पाए।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बाकी दो मंत्री शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी बैठक में क्यों नहीं पहुंचे। बताया गया है कि मंत्री शुभेंदु अधिकारी कई महीनों से TMC से नाराज चल रहे हैं। वहीं, राजीव बनर्जी को शुभेंदु का बेहद ख़ास माना जाता है। वहीं, दोनों नेताओं ने बैठक में हिस्सा नहीं लेने को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। दूसरी ओर, सियासी गलियारों में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या दोनों नेता नेता ममता सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले हैं।
शुभेंदु अधिकारी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। दरअसल, अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में राज्य में धीरे-धीरे ही सही लेकिन सियासी गतिविधि तेज हो गई है। ऐसे में शुभेंदु अधिकारी अपनी सभाओं में ना तो ममता बनर्जी का नाम ले रहे हैं और ना ही पार्टी का ध्वज उनके जुलूस में दिखाई दे रहा है।
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