दिल्ली : बीजेपी को हराने का एक ही मंत्र हर दल के पास है और वो है गठबंधन. इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पहुंच चुकी हैं, जहा वे थर्ड फ्रंट को मजबूत करने की कवायद में जुटी है. सोमवार शाम को ममता बनर्जी एनसीपी नेता शरद पवार के घर पर चाय पार्टी में गई. दिल्ली में आते ही उन्होंने कहा कि मैं यहां दूसरे दलों के नेताओं से मिलने के लिए आई हूं. उन्होंने किसी नेता का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि कई लोगों से वे मिलेंगी. उन्होंने बताया कि कल वे सेंट्रल हॉल में सांसदों से मिलेंगी. उन्होंने इसे एक औपचारिक मुलाकात भर बताया.
ममता बनर्जी ने कहा कि वह दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान संसद भी जाएंगी. उन्होंने अपने दिल्ली दौरे के बारे में स्पष्ट तौर पर तो कुछ नहीं कहा है, ममता ने कहा, 'दिल्ली एजेंडा जैसा कुछ नहीं है. मैं दिल्ली आने पर संसद भी जाती रहती हूं, अगर संसद चल रही हो तो. हमारे 46 सांसद हैं. मुझे उनके साथ संवाद करने का मौका भी मिल जाता है. मैं खुद सात बार सांसद रही हूं, मैं कई राजनीतिक दलों के नेताओं को भी जानती हूं.' तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने कहा, 'संसद का सेंट्रल हॉल नेताओं की मुलाकात के लिए ही जाना जाता है. यह मेरा सामान्य दौरा है. हां, अगर कोई नेता मुझसे मिलना चाहता है तो वह भी मिल सकता है.' ममता के इस बयान का आशय निकाला जा रहा है कि वह बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो रहे विपक्ष को दिशा देने के लिए देश की राजधानी में पहुंची हुई हैं.
कांग्रेस नेता और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात के बारे में ममता ने कहा कि उन्हें सोनिया की सेहत की चिंता है. पहले सोनिया ठीक हो जाएं, तब वह उनसे मिलेंगी. ममता ने कहा कि वह चाहती हैं कि सोनिया जल्द से ठीक हो जाएं. ममता ने खुले तौर पर भले ही कुछ न कहा हो मगर सूत्रों के हवाले से ये खबर है कि दिल्ली प्रवास के दौरान वे ज्यादा से ज्यादा दलों के प्रमुखों से मिलाकर तीसरे मोर्चे पर चर्चा करना चाहती है.
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