कोलकाता: देश में इस समय सियासी खेल चल रहे हैं। जहां एक ओर चुनावी मौसम चल रहा है। तो वहीं दूसरी ओर राजनेताओं द्वारा प्रदेशों और उनके जिलों के नामों को बदला जा रहा है। जानकारी के अनुसार बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने में कथित रुप से कदम पीछे खींचने पर बुधवार को केंद्र की जमकर आलोचना की है।
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यहां बता दें कि जुलाई में विधानसभा में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया था। वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा अपने हितों के हिसाब से करीब रोज ऐतिहासिक स्थलों और संस्थानों का नाम एकतरफा तौर पर बदल रही है लेकिन जब बंगाल की बारी आती है तो रवैया बिल्कुल भिन्न होता है। बता दें कि ममता बनर्जी बंगाल में सफल राजनीति के लिए पहचानी जाती हैं। वहीं ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा कि यह प्रस्ताव गृह मंत्रालय के पास लंबे समय से रखा गया है।
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गौरतलब है कि वर्तमान समय में देश के कुछ जिलों शहरों के नामों को बदला गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कुछ राज्यों और शहरों के नाम राज्य और स्थानीय भाषा की भावना को ध्यान में रखकर बदले गए जिसमें उड़ीसा ओड़िशा, पांडिचेरी पुडुचेरी, मद्रास चेन्नई, बंबई मुम्बई, बंगलौर बेंगलुरु शामिल हैं।
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