हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह मुंबई के कांदीवली उपनगरी क्षेत्र का है जहाँ एक पुजारी के तौर पर काम करने वाले 35 वर्षीय व्यक्ति ने मंगलवार दोपहर में कथित तौर पर आत्महत्या को अंजाम दिया है. इस मामले में व्यक्ति की पहचान कृष्णा पुजारी के तौर पर हुई है. मिली जानकारी के अनुसार वह कर्नाटक के उडुपी का रहने वाला था और संजय नगर में ईरानीवाडी क्षेत्र स्थित दुर्गा माता मंदिर से जुड़ा हुआ था.
इस मामले में पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि, ''पुजारी तीन अन्य पुजारियों के साथ रहता था और वह लॉकडाउन समाप्त होने के इंतजार में था क्योंकि वह अपने गृहनगर जाना चाहता था.'' इसी के साथ खबर में यह भी बताया गया है कि लॉकडाउन हटने का उसे बहुत अधिक इंतज़ार था और उसे उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन हट जाएगा और वो अपने घर जा सकेगा. ऐसा न होने के कारण वह अवसाद में आ गया और रसोई में कथित तौर पर फांसी लगा ली. आप तो जानते ही हैं कि इस समय देश भर में लोग लॉकडाउन के चलते कहीं न कहीं फंसे हुए हैं और अपने घरों को नहीं जा पा रहे हैं.
इस कारण कई लोग अब तक इस उम्मीद में थे कि 14 अप्रैल को लॉक डाउन खुल जाएगा , लेकिन लॉकडाउन नहीं हटने पर कई लोगों को निराशा हाथ लगी है और वह हैरान परेशान हो गए. आपको पता ही होगा इसी कड़ी में मुंबई में भी लोग लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाने की खबर पर सड़क पर आ गए और मांग की कि उन्हें उनके मूल स्थानों को जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की जाए, सभी को वापस भेजा गया और उन्हें उनके खाने के सामान के लिए आश्वासन दिया गया.
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