इंदौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में पिछले 26 जून को सामूहिक बलात्कार से जन्मी एक और निर्भया मासूम बच्ची की हालत में अब सुधार देखा जा रहा है लेकिन वह अभी भी खतरे से बाहर नहीं है. इंदौर के ऍम वाय अस्पताल में मासूम का का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बच्ची के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं.
इसी मामले में मध्य प्रदेश सरकार की ओर से बच्ची के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है. इस फैसले पर मासूम बच्ची के पिता ने गुहार करते हुए कहा कि हमें किसी भी तरह का मुआवजा नहीं चाहिए. मैं सिर्फ चाहता हूं कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. हम न्याय चाहते है.
इस मामले में एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जल्दी सुनवाई कराने और आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने यह भी मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में भी फास्टट्रैक कोर्ट का गठन किया जाए जिससे कि ऐसे मामलों में आरोपियों को जल्दी से जल्दी सजा दिलाई सुनाई जा सके. बता दें कि मुख्यमंत्री पहले ही बोल चुके हैं कि इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में होगी.
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