इम्फाल: राजस्थान में जारी राजनितिक खींचतान के बीच आज नॉर्थ ईस्ट की सियासत के लिहाज से भी बड़ा दिन है. मणिपुर विधानसभा में आज विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना है. ये फ्लोर टेस्ट ही भाजपा की गठबंधन सरकार का भविष्य निर्धारित करेगा. मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने गत शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया था.
सीएम बीरेन सिंह ने ये कदम उस समय उठाया था जब राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई. मणिपुर कांग्रेस ने कहा है कि कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने की जगह विधानसभा में सरकार का विश्वास प्रस्ताव मंजूर किया गया है. कांग्रेस को जीत का भरोसा है. इसके साथ ही कांग्रेस ने अपने सभी 24 विधायकों को फ्लोर टेस्ट में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है.
दरअसल, मणिपुर में काफी समय से सियासी संग्राम जारी है. कुछ MLA और मंत्री भाजपा की गठबंधन वाली सरकार से बगावत कर गए थे. किन्तु इस घटना ने राज्य की सियासत को बड़ा तूल दे दिया. इसके साथ ही ड्रग केस में भाजपा नेता का नाम आने पर भी सियासी बवाल मच गया. विपक्षी कांग्रेस भी सक्रीय हो गई और 28 जुलाई को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई. कांग्रेस का आरोप है कि हाई प्रोफाइल ड्रग मामले की CBI जांच कराने की विपक्ष की मांग सरकार ने नहीं मानी क्योंकि इसमें भाजपा नेता का नाम आ रहा है.
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