भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज मनीष पांडेय भारतीय टीम के गुमनाम खिलाड़ी माने जाते हैं। मनीष पांडेय 2009 के आईपीएल से फेमस हुए हैं। जब उन्होंने 73 गेंदों में नबाद 114 रन बनाकर इतिहास रच दिया। सात शतक लगने के बाद किसी भारतीय बल्लेबाज ने आईपीएल में सैकड़ा जड़ा था। इस धमाकेदार शतक के बाद मनीष रातोंरात स्टार बन गए। भारतीय क्रिकेट में पांडे की पहचान इस शतक ने कराई। दूसरे सीजन में पहला शतक एबी डिविलियर्स के बल्ले से निकला था। इसके बाद मनीष पांडे ने शतक लगाया। आईपीएल में उन्होंने शुरूआत मुंबई इंडियंस से की थी।
इसके बाद वह दूसरे सत्र में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से खेले। इसके अलावा वे पुणे वारियर्स,कोलकाता नाइट राइडर्स से भी खेल चुके हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए मनीष पांडे चार साल खेले। उन्होंने इस टीम को दो बार चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। आईपीएल के सातवें सीजन के फाइनल में 50 गेंदों में ताबडतोड़ 94 रन की पारी खेलकर पांडे ने कोलकत्ता को चैंपियन बनाया था।
मनीष पांडेय सनराइजर्स हैदराबाद से 2018 में जुड़े। मनीष पांडे ने 14 जुलाई 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे क्रिकेट में अपने करियर का आगाज किया था। मगर प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के कारण वह टीम से अंदर बाहर होते रहे। मनीष पांडे अपने डेब्यू के चार साल बाद भी सिर्फ 23 वन-डे और 31 टी-20 मुकाबले खेल पाए हैं। वनडे में एक शतक और दो अर्धशतक उनके नाम हैं। पांडे को उनके आईपीएल में प्रदर्शऩ के लिए जाना जाता है। उनके बारे में कहा जाता है कि उनके पिता चाहते थे कि वह क्रिकेटर बने, वरना वह सेना में जाना चाहते थे।
इस पूर्व क्रिकेटर को कहा गया है भारतीय क्रिकेट का पितामह