प्रणब मुखर्जी का आरएसएस के कार्यक्रम में जाने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है. कल रात में प्रणब दा के नागपुर पहुंचने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है. कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई है, जिसके बाद बा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मनीष तिवारी ने ट्वीट के माध्यम से प्रणब मुखर्जी को निशाने पर लेने का प्रयास किया है.
-@CitiznMukherjee May I ask you a question that you still have not answered that is bothering millions of Secularists&Pluralists.Why did you choose go to the RSS headquarters & deliver homilies on Nationalism?Your generation cautioned mine in training camp after training camp 1/2
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 8, 2018
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘आपकी पीढ़ी 1980 और 1990 के दशक में आरएसएस के इरादे और योजना को लेकर आगाह करती रही. आप उस सरकार का हिस्सा थे जिसने 1975 और 1992 में आरएसएस को बैन किया. आपको नहीं लगता कि आपको हमें यह बताना चाहिए कि उस वक्त आरएसएस में क्या बुराई थी और आज वही आरएसएस कैसे भली हो गई?’
2/2 thru 80’s &90’s about the intent & designs of https://t.co/LfXXRNck0b were a part of the Govt that banned RSS in 1975 & then again in 1992. Don’t you think you should tell us what was evil about RSS then that has become virtuous now? Either what we were told then was wrong2/2
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 8, 2018
तिवारी ने कहा, ‘या तो उस समय हमें जो बताया गया वो गलत था या फिर आपने आरएसएस को जो सम्मान दिया है वह सार्वजनिक जीवन में आपके कद के उपयुक्त नहीं है. क्या यह वैचारिक मेलमिलाप है और राजनीतिक रुख में कड़वाहट कम करने की कोशिश है जैसा कि आलोचक कह रहे हैं?’ वहीं मनीष तिवारी के ट्वीट से पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रणब मुखर्जी की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्होंने आरएसएस और मोदी को राजधर्म की याद दिलाई है.
अंग्रेजों के अधीन आरएसएस ने तिरंगे का सम्मान नहीं किया- कांग्रेस