पटना: 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता को मात देने के लिए भाजपा ने भी तैयारी तेज कर दी है. वह भी NDA से छिटके सहयोगी दलों को साथ लाने की कवायद में जुट गई है. इसकी शुरुआत भाजपा बिहार से करने जा रही है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को NDA की मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में शामिल होने के लिए उसने लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) (LJPR) प्रमुख चिराग पासवान और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतनराम मांझी को निमंत्रण दिया है.
दरअसल, इस बात की लंबे समय से चर्चा चल रही है कि जीतनराम मांझी और चिराग फिर से NDA में शामिल हो सकते हैं. वह लगातार विभिन्न मुद्दों पर भाजपा को अपना समर्थन देते आए हैं. बीते दिनों पटना में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से मुलाकात भी की थी. LJPR के नेताओं की मीटिंग के दौरान यह मुलाकात हुई थी. मुलाकात के बाद चिराग ने अपने नेताओं से कहा था कि भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर काफी समय से चर्चा चल रही है. अभी एक-दो दौर की वार्ता और होनी है.
बता दें कि, मांझी दलित समुदाय की राजनीति करते हैं और बिहार में लगभग 16 फीसदी दलित वोटर्स हैं. बिहार में 6 लोकसभा और 36 विधानसभा सीटें दलित समुदाय के लिए आरक्षित हैं. वहीं दलित वोट बैंक में से 6 फीसदी वोट बैंक पर चिराग पासवान की पार्टी की पकड़ है. NDA की मीटिंग में पासवान, मांझी की पार्टी हम (HAM) के अलावा उपेंद्र कुशवाहा की RLJD और मुकेश सहनी की पार्टी VIP को लेकर भी बड़ा निर्णय हो सकता है. वैसे ये सभी नेता NDA में वापसी के संकेत कई दफा दे चुके हैं. वैसे भी चिराग, मांझी और उपेंद्र कुशवाहा पहले भी NDA का हिस्सा रह चुके हैं.
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