नई दिल्ली: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह को ‘खालिस्तानी’ कहे जाने पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार (5 सितंबर, 2022) को विवादित वेबसाइट ‘ऑल्ट न्यूज’ के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मनजिंदर सिरसा ने मोहम्मद जुबैर के खिलाफ कथित तौर पर पाकिस्तान एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने और कैच छोड़ने पर क्रिकेटर अर्शदीप सिंह को ‘खालिस्तानी’ कहने का इल्जाम लगाया है।
Police complaint agnst @zoo_bear who worked with Pak agencies to set “Khalistani” narrative agnst #ArshdeepSingh in India. Zubair’s screenshots were used by Pak handles to defame India and fuel hate campaign against Sikhs in India. He was a part of planned conspiracy agnst Sikhs pic.twitter.com/wtQAdr8May
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 5, 2022
पुलिस को दी गई शिकायत में मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया है कि जुबैर द्वारा शेयर किए गए कुछ ट्वीट ऐसे ट्विटर हैंडल्स से किए गए से थे, जिन्हें क्रिकेटर को ‘खालिस्तानी’ कहने और उनके खिलाफ नैरेटिव बनाने के उद्देश्य से बनाया गया था। सिरसा ने बताया कि कैसे जुबैर के ट्वीट को पाकिस्तानियों द्वारा सिख विरोधी भावनाओं को भड़काने और भारत को बदनाम करने के साथ-साथ अशांति फैलाने के लिए आगे बढ़ाया गया था। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जुबैर के खिलाफ FIR दर्ज करने और जाँच शुरू करने का आगाह किया है। भाजपा नेता ने आगे बताया कि कैसे मोहम्मद जुबैर ने क्रिकेटर को ‘खालिस्तानी’ कहने वाले स्क्रीनशॉट खोजने में मेहनत की और उसे अपने ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें दावा किया जा रहा है कि 4 सितंबर को एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के हाथों मैच गंवाने के बाद नाराज भारतीय लोग, गेंदबाज़ अर्शदीप को गाली दे रहे हैं और उन्हें खालिस्तानी बता रहे हैं। जबकि, अर्शदीप को खालिस्तानी कहने का ये प्रोपेगेंडा पूरी तरह पाकिस्तान से चलाया गया था। सिरसा ने कहा कि जुबैर के ट्वीट का उपयोग पाकिस्तानी एजेंसियों ने भारत को बदनाम करने और देश में सिखों के विरुद्ध नफरत फैलाने के लिए किया।
His screenshots were used by Pak handles to defame India and fuel hate campaign against Sikhs in India. This is a planned conspiracy to create communal disharmony in our nation. We demand an enquiry into who supported Zubair in creating this “Khalistani” agenda@ANI @PTI_News pic.twitter.com/DeXoOHrIqK
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 5, 2022
सिरसा ने अपनी शिकायत में कहा कि मोहम्मद जुबैर का यह कदम भारत में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की एक सोची-समझी साजिश थी। सिरसा ने इस बात की भी जाँच कराने की माँग की है कि इस ‘खालिस्तानी’ एजेंडे को तैयार करने में किसने जुबैर का साथ दिया। बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में अर्शदीप से 18वें ओवर की तीसरी गेंद में आसिफ अली का कैच छूट गया था, जिसके बाद देखा गया कि अचानक सोशल मीडिया पर उन्हें (अर्शदीप को) ट्रोल किया जाने लगा। कुछ ट्विटर हैंडल्स से उन्हें देश विरोधी तक कहा गया। जो ट्वीट अर्शदीप को देशद्रोही आदि बताते हुए किए गए हैं, वो ज्यादातर पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों ने भारतीय बनकर किए हैं। यहां तक कि, पाकिस्तान के न्यूज चैनल से भी अर्शदीप को खालिस्तानी बताया गया। लेकिन, तथाकथित फैक्टचेकर मोहम्मद ज़ुबैर भारतीयों को नीचे दिखाने की जल्दबाज़ी में इन ट्वीट्स का फैक्ट चेक करना तक उचित नहीं समझा।
These Indian journalist from Alt News, The Ken are local enablers of same propaganda. By tomorrow this will into mainstream through many verified handlers.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) September 4, 2022
5/ pic.twitter.com/BdOSNou1hO
बता दें कि सिर्फ सोशल मीडिया पर ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानियों ने विकिपडिया पर भी अर्शदीप को खालिस्तानी दिखाने का प्रयास किया। आप देख सकते हैं कि विकिपीडिया में जहाँ-जहाँ अर्शदीप के नाम के साथ भारतीय लिखा होना चाहिए था, वहाँ पाकिस्तानियों ने जानबूझकर खालिस्तान लिख दिया। अंशुल सक्सेना के ट्विटर हैंडल से इस संबंध में स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं। जिनको देखने से साफ़ पता चलता है कि पहले अर्शदीप को खालिस्तान स्क्वॉड का बताया गया और फिर हर स्थान पर भारत हटाकर उनके नाम के साथ खालिस्तान जोड़ा गया। ये पूरी एडिटिंग जिस IP एड्रेस से की गई, वो सर्च करने पर देख सकते हैं कि पाकिस्तान का पाया गया है।
Wikipedia page of Indian Player Arshdeep Singh has been edited & deliberately Khalistan is added.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) September 4, 2022
Who is behind this editing & targeting Arshdeep Singh?
Someone from Pakistan.
Here are the IP details of editor. pic.twitter.com/CErervW3Q2
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए टी-20 विश्व कप मैच के दौरान टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को इस प्रकार लोगों की नफरत का शिकार होना पड़ा था। बाद में खुलासा हुआ था कि शमी के खिलाफ किए गए ट्वीट अधिकतर पाकिस्तानियों ने और विदेशी एजेंसियों ने किए थे। उस समय भी भारत में बैठे पाक परस्तों ने पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को जमकर हवा दी थी और यह दर्शाने का प्रयास किया था कि, मोहम्मद शमी को मुस्लिम होने के कारण भारतीयों की नफरत का शिकार होना पड़ रहा है। लेकिन, शायद आतंक के चक्कर में तबाह हो रहे पड़ोसी मुल्क को यह पता नहीं है कि, प्रत्येक भारतवासी अपने खिलाड़ियों से और अन्य भारतीयों से बेहद मोहब्बत करता है और इन नापाक साजिशों का हिंदुस्तान पर कोई असर नहीं होने वाला।
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