नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित कर रहे थे। जी दरअसल इस कार्यक्रम का यह 80वां एपिसोड रहा। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत युवा पीढ़ी के बारे में बात करते हुए की। उन्होंने कहा- ''युवा पीढ़ी में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है। आज का युवा मन घिसे-पिटे पुराने तौर तरीकों से कुछ नया करना चाहता है, हटकर करना चाहता है। स्पेस सेक्टर को खोलने के बाद कई युवा उसमें रुचि लेकर आगे आए। आज छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्टअप कल्चर का विस्तार हो रहा है और मैं उसमें उज्जवल भविष्य के संकेत देख रहा हूं।''
#PMonAIR: देश में 62 करोड़ से ज्यादा vaccine की dose दी जा चुकी है लेकिन फिर भी हमें सावधानी रखनी है, सतर्कता रखनी है |
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) August 29, 2021
दवाई भी, कड़ाई भी #MannKiBaat pic.twitter.com/FUOXWPwEXP
इसी के साथ उन्होंने कहा, 'हमारी यह भाषा सरस भी है और सरल भी है। संस्कृत अपने विचारों, अपने साहित्य के माध्यम से ये ज्ञान, विज्ञान और राष्ट्र की एकता का भी पोषण करती है, उसे मजबूत करती है। संस्कृत साहित्य में मानवता और ज्ञान का ऐसा ही दिव्य दर्शन है, जो किसी को भी आकर्षित कर सकता है।' आगे उन्होंने कहा- 'हाल के दिनों में जो प्रयास हुए हैं, उनसे संस्कृत को लेकर एक नई जागरूकता आई है। अब समय है कि इस दिशा में हम अपने प्रयास और बढाएं। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं, श्रीमान रटगर कोर्टेनहॉर्स्ट, जो आयरलैंड में संस्कृत के जाने-माने विद्वान और शिक्षक हैं और बच्चों को संस्कृत पढ़ाते हैं।'
इसी के साथ उन्होंने कहा- 'अगले कुछ दिनों में ही ‘विश्वकर्मा जयंती’ भी आने वाली है। भगवान विश्वकर्मा को हमारे यहाँ विश्व की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है। इस पूजा का भाव यही होना चाहिए कि हम स्किल्ड के महत्व को समझेंगे और स्किल्ड लोोगं को पूरा सम्मान भी देंगे।' वहीँ कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा- 'देश में 62 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है लेकिन फिर भी हमें सावधानी रखनी है, सतर्कता रखनी है। दवाई भी, कड़ाई भी। ये समय आजादी के 75वें साल का है। इस साल तो हमें हर दिन नए संकल्प लेने हैं, नया सोचना है, और कुछ नया करने का अपना जज्बा बढ़ाना है।'
इंदौर की तारीफ़ करते नहीं थके PM मोदी, मन की बात में बोले- 'स्वच्छता का नाम।।।'
बढ़ती कीमतों पर तेलुगु देशम पार्टी ने किया विरोध, मुख्यमंत्री जगन के इस्तीफे की कर रहे मांग