भारत की शीर्ष पिस्टल निशानेबाज, मनु भाकर, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक खेलों में दो कांस्य पदक जीते, अब मैदान के बाहर कुछ समस्याओं का सामना कर रही हैं। प्राप्त कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, कई ब्रांड उनकी तस्वीरों का अवैध रूप से उपयोग करके अपने प्रचार में लगा रहे हैं। मनु की टीम ने चेतावनी दी है कि जो ब्रांड औपचारिक रूप से उनके साथ जुड़े नहीं हैं, उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई विज्ञापन जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।
आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट के प्रबंध निदेशक, नीरव तोमरने बताया, "लगभग दो दर्जन ब्रांड्स जो मनु से संबद्ध नहीं हैं, उनकी तस्वीरों के साथ बधाई विज्ञापन चला रहे हैं। यह अनधिकृत मोमेंट मार्केटिंग को दर्शाता है, और इन ब्रांड्स को कानूनी नोटिस भेजे जाएंगे।" यह मामला अकेला नहीं है; पेरिस ओलंपिक में कई अन्य भारतीय एथलीट भी इसी प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बॉक्सर निकहत जरीन और बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी का प्रतिनिधित्व करने वाली फर्म, बेसलाइन वेंचर्स, ने भी इस विषय पर कहा कि "ब्रांड जो हमारे एथलीटों को प्रायोजित नहीं करते हैं, वे कानूनी रूप से उनके चेहरे का उपयोग अपने विज्ञापनों में नहीं कर सकते। यदि ऐसा किया जाता है, तो हम सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे।"
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतकर स्वतंत्रता के पश्चात् एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी का गौरव प्राप्त किया। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में दक्षिण कोरिया को हराकर कांस्य पदक जीता। भारतीय जोड़ी ने कोरिया के ली वोन्हो और ओ ये जिन को 16-10 से हराया। टोक्यो ओलंपिक में पिस्टल में तकनीकी समस्याओं के कारण फाइनल में जगह नहीं बना पाईं, लेकिन पेरिस में दो पदक जीतकर उन्होंने अपनी हार का प्रतिशोध लिया।
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