मुंबई: शनिवार को सेंट्रल रेलवे मुंबई डिवीजन में ड्यूटी पर मोटरमैन के होने से 100 से ज्यादा लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गईं। भायखला एवं सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के बीच सेंट्रल एवं हार्बर लाइन पर उपनगरीय ट्रेन सर्विस में देरी हुई। दरअसल, कई कर्मचारी (मोटरमैन) अपने सहकर्मी के अंतिम संस्कार में सम्मिल्लित होने गए थे। रेलवे के एक अफसर ने यह खबर दी। इस घटना से प्रश्न उठ रहे हैं कि कहीं यह सुनियोजित विरोध प्रदर्शन तो नहीं था क्योंकि पहले भी मोटरमैन काम के अत्यधिक दबाव का मुद्दा उठा चुके हैं।
शाम के समय रेल सेवाओं में देरी की वजह से बड़े आंकड़े में यात्री सीएसएमटी एवं अन्य स्टेशन पर फंसे रहे। अफसर ने कहा, 'ट्रेन सर्विस में देरी हुई क्योंकि कई मोटरमैन अपने सहयोगी मुरलीधर शर्मा के अंतिम संस्कार में सम्मिल्लित होने कल्याण गए थे। शर्मा की शुक्रवार को भायखला और सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के बीच पटरी पार करते वक़्त मौत हो गई थी।' उन्होंने कहा कि शर्मा का अंतिम संस्कार दोपहर को होना था मगर यह शाम 5 बजे हो सका। अफसर ने बताया कि 88 लोकल ट्रेन सेवाओं समेत तकरीबन 147 ट्रेन रद्द कर दी गईं।
सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (CRMS) कर्मचारी संघ के मुताबिक, मृतक मोटरमैन शर्मा को लेकर पिछले दिनों जांच चल रही थी, क्योंकि उसने ड्यूटी के चलते लाल सिग्नल जंप किया था। CRMS के महासचिव प्रवीण वाजपेयी ने प्रशासनिक कार्रवाइयों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कर्मचारियों के मनोबल पर सिग्नल पासिंग एट डेंजर (SPAD) के हादसों के खतरनाक प्रभाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'गलती होने पर दंड देने से पहले वजहों पर विचार करना चाहिए। इस तरह के प्रावधान होने के बाद भी उनका पालन नहीं हो रहा है। नौकरी से निकाले जाने का डर से कर्मचारी अवसाद में चले जाते हैं। SPAD जांच मानवीय दृष्टिकोण से होनी चाहिए क्योंकि यह गलती है, कोई आपराधिक कृत्य नहीं।'
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