नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कोरर थाना क्षेत्र में मंगलवार को बरबसपुर खदान के 19 वाहनों को नक्सलियों द्वारा आग के हवाले करने का मामला सामने आया है. नक्सलियों ने मजदूरों को बंधक बनाकर इस घटना को अंजाम दिया.
इस घटना के बारे में कांकेर के एसपी एम.एल. कोटवानी ने बताया कि निको कंपनी की खदान है. खदान में आयरन खुदाई व परिवहन का काम जारी था. जब भानुप्रतापपुर युनियन की गाड़ियां खदान से लोड होकर नीचे आकर धरम काटा में तौल कर रवाना होने की तैयारी में थी कि इसी बीच वहां हथियारबंद नक्सली आ गए . नक्सलियों ने मजदूर व कर्मचारियों को बंधक बनाकर एक वाहन की डीजल टंकी को फोड़कर 13 ट्रक, 3 हाइवा, एक पिकप, एक लोडर व एक ब्रेकर मशीन में आग लगा दी . नक्सलियों के समूह में 5-6 महिला नक्सली भी शामिल थीं. जाते -जाते वे मजदूरों को कोई भी जानकारी नहीं देने की धमकी देकर फरार हो गए. घटना की सूचना पर भानुप्रतापपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस पहुंची.
इस घटना के बारे में कहा जा रहा है कि दो माह पहले नक्सलियों ने खदान प्रबंधक को खदान को बंद करने की चेतावनी देते हुए बैनर-पोस्टर लगाया था. लेकिन खदान प्रबंधक ने ध्यान नहीं दिया . वहीं पुलिस प्रशासन ने भी इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया. बता दें कि इसी खदान पर 2015 में भी नक्सलियों ने 10 वाहनों में आग लगा दी थी.
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