मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं और अब मनसे ने भी अपनी प्राथमिकताएं जनता के सामने रख दी हैं। राज ठाकरे ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि घोषणापत्र की छपी प्रतियों की जानकारी देना एक औपचारिकता है। साथ ही, उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को प्रस्तावित सभा अब नहीं हो पाएगी, लेकिन वह ठाणे और मुंबई में जनसभा करेंगे।
मनसे के घोषणापत्र के चार मुख्य हिस्से:
1. बुनियादी जरूरतें: इसमें जीवन की गुणवत्ता, पर्याप्त भोजन और पेयजल, कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, खेल, बच्चों की देखभाल, प्राथमिक शिक्षा और रोजगार को प्राथमिकता दी गई है।
2. संचार और पर्यावरण: इसमें बिजली, जल योजनाएं, महाराष्ट्र में शहरों की नेटवर्किंग, अपशिष्ट प्रबंधन, वानिकी, खुली जगहों का संरक्षण, पर्यावरण और जैव विविधता का ध्यान रखा गया है।
3. औद्योगिक और कृषि नीति: इसमें राज्य की औद्योगिक नीति, व्यापार नीति, प्रशासन, कृषि, पर्यटन और व्यावसायिक शिक्षा पर फोकस है।
4. मराठी पहचान: इसमें मराठी भाषा के प्रचार, दैनिक जीवन में मराठी के उपयोग, डिजिटल और वैश्विक मंचों पर मराठी के विस्तार और पारंपरिक खेलों तथा किलों के संरक्षण पर जोर दिया गया है।
महायुति और एमवीए का घोषणापत्र:
महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने भी अपने घोषणापत्र जारी किए हैं। महायुति ने महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने और 2027 तक 50 लाख महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने का वादा किया है। वहीं, एमवीए ने महिलाओं के लिए महालक्ष्मी योजना के तहत हर महीने 3000 रुपये देने और मुफ्त बस सेवा प्रदान करने का आश्वासन दिया है। छात्रों के लिए, महायुति ने 10 लाख छात्रों को 10,000 रुपये वजीफा देने की बात कही है, जबकि एमवीए ने हर छात्र को 4000 रुपये वजीफा देने का वादा किया है।
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