वाहन निर्माता कंपनी Maruti Suzuki India ने 1,000 अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. इतना ही नहीं नई भर्तियों पर भी रोक लगाने की योजना बनाई गई है. इतना ही नहीं, मौजूदा स्थिति में मंदी से निपटने के लिए कंपनी लागत में कटौती के दूसरे उपाय भी खोज रही है. बता दें, ऑटो इंडस्ट्री की इस मंदी के चलते वाहन कंपनियों की बिक्री न सिर्फ कम हुई है, बल्कि निचले स्तर पर पहुंच गई है. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अस्थायी कर्मचारी सबसे पहले प्रभावित होते हैं और इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है. हालांकि, इस मामले पर कंपनी ने कोई टिप्पणी नहीं की है. इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक महीने-दर-महीने बिक्री गिरने और डीलरशिप पर इन्वेंट्री के बढ़ने से न सिर्फ मारुति सुजुकी, बल्कि दूसरी ऑटो कंपनियों को अपना प्रोडक्शन कम करना पड़ा है. जिसके चलते फैक्ट्री और खुदरा स्तर पर नौकरियां कम हो गई हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मारुति सुजुकी ने जुलाई महीने में 35.1 फीसद की रिकॉर्ड गिरावट के साथ घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की 100,006 यूनिट्स की बिक्री की है. इससे बीते वर्ष समान अवधि में यह आंकड़ा 154,150 यूनिट्स का रहा था. अप्रैल से जुलाई की अवधि में Maruti Suzuki की संचयी बिक्री 474,487 यूनिट्स की रही है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में बेची गई 617,990 यूनिट्स के मुकाबले 23.2 फीसद की गिरावट है. मारुति की बिक्री में अब Baleno प्रीमियम हैचबैक की 1796 यूनिट्स भी शामिल हैं जिनकी टोयोटा को सप्लाई की गई है.
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