देश की अग्रणी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने इस साल की शुरुआत में अपने लोकप्रिय स्विफ्ट मॉडल की नई पीढ़ी को लॉन्च किया था। कार को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और यह कंपनी की सबसे ज़्यादा बिकने वाली गाड़ी बन गई है। हालाँकि, हाल ही में यूरो एनसीएपी द्वारा किए गए क्रैश टेस्ट में नई स्विफ्ट प्रभावित करने में विफल रही, जिसे 5 में से केवल 3 स्टार मिले।
परीक्षण के नतीजों के अनुसार, स्विफ्ट ने वयस्क यात्री सुरक्षा में 32 में से 26.9 अंक और बाल यात्री सुरक्षा में 42 में से 32.1 अंक प्राप्त किए। कार के सुरक्षा फीचर, जिसमें ड्यूल फ्रंट एयरबैग, सीटबेल्ट रिमाइंडर सिस्टम और ISOFIX शामिल हैं, यूरो NCAP परीक्षकों को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त नहीं थे। स्विफ्ट के भारतीय संस्करण में ADAS जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधाओं का भी अभाव है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उपलब्ध है।
क्रैश टेस्ट के निराशाजनक नतीजों के बावजूद, स्विफ्ट भारत में कार खरीदारों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बनी हुई है। कंपनी ने लॉन्च के बाद से नई स्विफ्ट की 35,000 से ज़्यादा यूनिट बेची हैं और कार की शानदार माइलेज और पावरफुल इंजन इसकी सबसे बड़ी खासियत रहे हैं। स्विफ्ट में 1.2-लीटर, 3-सिलिंडर पेट्रोल इंजन लगा है जो 80 बीएचपी की पावर और 112 एनएम का टॉर्क देता है। कार का मैन्युअल वेरिएंट 24.80 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है, जबकि ऑटोमैटिक वेरिएंट 25.75 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है।
स्विफ्ट में कई तरह की आरामदायक और सुविधाजनक सुविधाएँ भी हैं, जिनमें 9-इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल और वायरलेस चार्जिंग शामिल हैं। कार का सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो कनेक्टिविटी इसे तकनीक-प्रेमी खरीदारों के लिए एक वांछनीय विकल्प बनाती है।
नई स्विफ्ट की कीमत 6.49 लाख रुपये से 9.60 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है, जो इसे भारतीय बाजार में एक प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी बनाती है। यह कार टाटा टियागो और हुंडई i10 निओस जैसी कारों के साथ प्रतिस्पर्धा करती है, और इसके प्रभावशाली फीचर्स और माइलेज इसे इस सेगमेंट में एक मजबूत दावेदार बनाते हैं।
जबकि स्विफ्ट के क्रैश टेस्ट के नतीजे चिंता का विषय हैं, कार की लोकप्रियता और प्रभावशाली बिक्री के आंकड़े बताते हैं कि भारतीय खरीदार माइलेज और सुविधाओं जैसे अन्य कारकों के पक्ष में सुरक्षा चिंताओं को नजरअंदाज करने को तैयार हैं। हालांकि, सड़क सुरक्षा और क्रैश टेस्टिंग के महत्व के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, मारुति सुजुकी जैसे कार निर्माताओं को बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अपने वाहनों में सुरक्षा सुविधाओं को प्राथमिकता देनी होगी।
निष्कर्ष में, नई मारुति सुजुकी स्विफ्ट भले ही यूरो एनसीएपी क्रैश टेस्ट में प्रभावित करने में विफल रही हो, लेकिन इसके प्रभावशाली बिक्री आंकड़े और फीचर-पैक इंटीरियर इसे भारत में कार खरीदारों के लिए एक वांछनीय विकल्प बनाते हैं। हालांकि, कंपनी को भारतीय सड़कों पर अपने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भविष्य के मॉडलों में सुरक्षा सुविधाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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