आज से शुरू होकर मासिक शिवरात्रि का पर्व कल तक रहने वाला है। ऐसे में इस पर्व को कुछ लोग आज यानी 30 जनवरी को मना रहे हैं तो कुछ लोग 31 जनवरी को मनाने वाले हैं। मासिक शिवरात्रि का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। जी हाँ और साल में एक बार महाशिवरात्रि बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। इसी के साथ भोलेनाथ की आराधना में प्रत्येक महीने एक मासिक शिवरात्रि मनाने की भी परंपरा है।
आप सभी को बता दें कि ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से शिवजी की पूजा से शुभ फल की प्राप्ति होती है साथ ही शिवजी प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। वहीं मासिक शिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का बहुत महत्व होता है। जी दरअसल शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। कहा जाता है शिव चालीसा के पाठ से कठिन से कठिन कार्य को बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। आपको हम यह भी बता दें कि शिव चालीसा की 40 पंक्तियां सरल शब्दों में विद्यमान हैं, जिनकी महिमा बहुत ही ज्यादा है। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि शिव चालीसा का पाठ करने वालों के सभी भय खत्म हो जाते है।
कैसे करें शिव चालीसा का पाठ - सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। अपना मुंह पूर्व दिशा में रखें और कुशा के आसन पर बैठें। वहीं पूजन में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पीले फूलों की माला और हो सके तो सफेद आक के 11 फूल भी रखें। इस दौरान शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें। वहीं पाठ करने से पहले धूप दीप जलायें और एक लोटे में शुद्ध जल भरकर रखें। इसी के साथ भगवान शिव की शिव चालिसा का तीन या पांच बार पाठ करें। अंत में पाठ पूरा हो जाने पर लोटे का जल सारे घर मे छिड़क दें। उसके बाद थोड़ा सा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में खाएं और बच्चों में भी बांट दें।
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