तेहरान: शिया मुस्लिम देश ईरान के पूर्वी हिस्से में स्थित एक कोयले की खदान में रविवार, 22 सितंबर 2024 को हुए विस्फोट में अब तक 51 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हैं। कई घायलों की स्थिति गंभीर है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। कई मजदूर अब भी खदान के भीतर फंसे हुए हैं, और उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं। धमाके की वजह का अभी पता नहीं चला है, और इसकी जाँच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना राजधानी तेहरान से लगभग 540 किलोमीटर दूर स्थित तबास इलाके की एक बड़ी कोयले की खदान में हुई। रविवार को खदान के B और C ब्लॉक में करीब 70 लोग काम कर रहे थे, जब अचानक एक जोरदार विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इस हादसे में 51 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। कुछ लोगों की हालत इतनी गंभीर है कि मौतों की संख्या और बढ़ सकती है।
घटना की जानकारी मिलते ही ईरानी प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। राजधानी तेहरान से भी बचाव दल को घटनास्थल पर भेजा गया है। घायलों को बेहतर इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। सरकार ने मृतकों के सम्मान में तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। विस्फोट की वास्तविक वजह का पता नहीं चला है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, खदान में मीथेन गैस के कारण आग लगने से विस्फोट हुआ हो सकता है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान, जो अमेरिका की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे थे, ने विस्फोट की जाँच के आदेश दिए हैं और दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही है। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने का भी आश्वासन दिया है।
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