मथुरा: आज बाबरी विध्वंस की बरसी पर हिन्दू संगठनों द्वारा किए गए ऐलान को लेकर मथुरा जिले में लगभग 3000 सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। बता दें कि पिछले महीने, हिंदू दक्षिणपंथी समूहों ने शाही ईदगाह में सोमवार को एक अनुष्ठान करने का ऐलान किया था, क्योंकि उनका दावा है कि यह भगवान श्रीकृष्ण का मूल जन्मस्थान है। बता दें कि मुग़ल बादशाह औरंगजेब के शासनकाल में बनाई गई मस्जिद का परिसर शहर के केशव देव मंदिर के परिसर से मिला हुआ है।
अधिकारियों और संगठनों की तरफ से कार्यक्रम को रद्द करने के ऐलान के बाद भी पुलिस ने कहा है कि वे हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार हैं। अपनी तैयारियों की समीक्षा लेने के लिए शहर पुलिस ने रविवार को दंगा-रोधी अभ्यास भी किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने जानकारी दी कि शनिवार को इस अभ्यास का आयोजन पुलिस लाइन में किया गया था। उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल की मौजूदगी में हथियार सही से काम कर रहे हैं या नहीं इसकी जांच की गई।
ग्रोवर ने बताया कि हमने तक़रीबन 3,000 सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा बढ़ा दी है, जिसमें कई डिवीजन शामिल हैं। हम तमाम परिस्थितियों के लिए तैयार रहते हुए फ्लैग मार्च और प्रैक्टिस कर रहे हैं। समारोह के लिए बुलाए गए संगठनों के साथ हुई हमारी चर्चा में, हमें सुनिश्चित किया गया है कि कोई विरोध नहीं होगा। किन्तु हम किसी भी घटना के लिए तैयार रहने के लिए क्षेत्र को सुरक्षित रखेंगे। अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और प्रांतीय सशस्त्र बल को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। तैनाती पुलिस अधिकारियों की नियमित नियुक्ति से तक़रीबन तीन गुना है।
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