मथुरा: प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को लॉकडाउन के चलते अस्पताल पहुंचने में आ रही मुश्किलों को देखते हुए दुबई में रह रहे महिला के जेठ ने पुलिस से सहायता मांगी जिसके बाद यहां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला को फ़ौरन अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया. मथुरा के मूल निवासी और दुबई में कार्यरत गजेंद्र चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि उनके छोटे भाई की गर्भवती पत्नी को 31 मार्च को प्रसव पीड़ा होने लगी थी.
उन्होंने कहा कि उनके छोटे भाई ने कई अस्पतालों से संपर्क किया, किन्तु कोई भी सरकारी इजाजत के बिना एंबुलैंस भेजने को तैयार नहीं हुआ. चतुर्वेदी ने कहा कि, ‘‘ इसी बीच, मैंने हाल-चाल जानने के लिए भाई को फोन किया तो मुझे हालात का पता लगा. मैंने मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का मोबाइल नंबर इंटरनेट से फ़ौरन खोजकर उन्हें फोन कर सहायता मांगी.’’ उन्होंने कहा कि, ‘‘मुझे बहुत ही सुखद आश्चर्य हुआ, जब कुछ ही देर में घर से कॉल आ गया कि एंबुलैंस आ गई है. बाद में पता चला कि डिलीवरी आसानी से हो गई. जच्चा और बच्चा दोनों सकुशल हैं.’’
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि, ‘‘चूंकि वे स्वयं पेशे से डॉक्टर रहे हैं और पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में सरकारी सेवा में रहने के अनुभवों के आधार पर अच्छी प्रकार से जानते हैं कि ऐसे पलों में महिला की हालत कितनी नाजुक होती है, इसलिए गजेंद्र के फोन के बाद जितनी भी जल्दी हो सकता था, उनके यहां एंबुलैंस भेजकर प्रसूता को हॉस्पिटल भिजवाया गया.’’
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