जयपुर: राजस्थान के पाली जिले के आऊवा गांव में एक पाखंडी व टोटकेबाज मौलवी का काला कारनामा सामने आया है। ‘रोशन’ बाबा नाम रख कर लोगों को रईस बनाने का लालच देने वाले इस फर्जी उलेमा की असली पहचान साजिद सिद्दकी के रूप में हुई है। पुलिस ने साजिद के अलावा इस मामले में एक कथित मौलवी वसील कादरी और साजिद के चेले आरिफ व राजू को भी गिरफ्तार किया है।
साजिद पर आरोप है कि 16 महीने तक इसने और इसके चेले ने एक महिला के साथ बलात्कार किया, उससे 30 लाख रुपए लुटे और महिला को अपने 10 साल के बेटे को मारने के लिए खूब उकसाया। मौलवी ने पीड़िता से कहा कि यदि वो अपने बेटे की कुर्बानी देगी, तो वह जिन्दा होकर वापस आ जाएगा। साथ ही उसके घर से मिले पत्थर भी सोने में तब्दील हो जाएँगे, जिससे वो अमीर हो जाएगी। पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि पीड़िता गाँव में अपने दस वर्षीय पुत्र के साथ अकेली रहती है। उसका पति दक्षिण भारत में कारोबार करता है। उसका पति कुछ दिन पहले ही वहाँ से लौटा है, जब पीड़िता ने अपने पति को खुद के साथ हुई ज्यादती और ठगी के बारे में जानकारी दी।
इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। मामले की गंभीरता से लेते इसकी जाँच सोजत के पुलिस उपाधीक्षक डॉ हेमंत जाखड़ को सौंपी गई। पीड़िता ने उन्हें बताया कि साजिद और उसका चेला, दोनों उसके घर में आकर जादू-टोने करते थे और फिर उसका वशीकरण कर लेते थे। जब उसे कुछ होश नहीं होता तो वह उसके कपडे उतारकर उसके साथ दुष्कर्म करते। जब होश में आने पर महिला जब इसका विरोध करती तो उसे पिस्तौल दिखा कर जान से मारने की धमकियाँ देते। पीड़िता कहती है कि आरोपित ने अपने एक अन्य चेले को क्राइम इंस्पेक्टर बता रखा था। वह उसे अरेस्ट करने की धमकी देकर डराता था।
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