भोपाल: हर साल मई में गर्मी के तेवर आसमान छूते हैं. माह की शुरुआत में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंचने लगता है, लेकिन इस वर्ष भोपाल में इस माह के पहले पखवाड़े में अपेक्षाकृत गर्मी नहीं पड़ी. इसके बाद तापमान में कुछ बढ़ोतरी दर्ज होने लगी थी. लेकिन नौतपा के पहले दिन जरूर पारा 44.5 डिग्री तक पहुंचा, जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा है. इसके बाद तापमान में फिर गिरावट आने लगी. माह के अंतिम दिन रविवार को अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री दर्ज हुआ, न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री रिकार्ड हुआ. इस तरह की स्थिति 6वर्ष में पहली बार बनी है. यानी इस साल मई में औसतन कम गर्मी पड़ी है.
मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता के अनुसार इस वर्ष मई का अधिकतम औसत तापमान 41.5 और न्यूनतम औसत तापमान 25.8 डिग्री रिकार्ड हुआ है. इस तरह की स्थिति वर्ष 2015 से अभी तक पहली बार बनी है. इसके अलावा माह के अंतिम दिन रविवार को शहर में हल्की बूंदाबांदी भी हुई. इस बारें में वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष मई में गर्मी के तेवर अपेक्षाकृत ठंडे रहे. शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला बना रहा, जो अभी भी जारी है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में रुक-रुक कर बरसात का सिलसिला जारी रहा. मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने से तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो सकी.
जानकारी के लिए बता दें की अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र के वजह से प्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार सोमवार को शहर में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार अरब सागर में बना सिस्टम आगे बढ़ने के साथ ही चक्रवात में बदलने की संभावना है. उसके प्रभाव से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर जून के पहले सप्ताह में मानसून पूर्व की अच्छी बरसात होने की उम्मीद है. हालांकि इस सिस्टम का असर खत्म होने के बाद वातावरण में उमस हावी होने लगेगी.
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