लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सरकारी आवास खाली कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अपने नाम आवंटित बंगले को खाली कर दिया है. उनका दावा है कि बतौर पूर्व मुख्यमंत्री उनके नाम यही आवास आवंटित किया गया था. 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर मौजूद इस बंगले को लेकर बीएसपी सुप्रीमो का आरोप है कि राज्य संपत्ति विभाग बंगले की चाबी रिसीव नहीं कर रहा है, लिहाजा उन्होंने विभाग को स्पीड पोस्ट से चाबी भेज दी . मायावती ने बंगला खाली करने के संबंध में 29 मई को राज्य संपत्ति विभाग को खत लिख कर सूचित कर दिया था.
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के नाम 13ए माल एवेन्यू आवंटित है. उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 13ए माल एवेन्यू स्थित सरकारी आवास को खाली करने का नोटिस मायावती को भेजा था. इसके बाद मायावती ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए कैबिनेट फैसलों का हवाला दिया था.
खत में कहा गया था कि 13ए माल एवेन्यू कांशीराम यादगार विश्राम स्थल के नाम आवंटित है और वह उसके कुछ हिस्से में देख-रेख के लिए रहती हैं. लिहाजा, उनको भेजा गया नोटिस सही नहीं है. मायावती के निजी सचिव मेवालाल गौतम ने पीडब्लूडी के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में तैनात जेई को खत लिखा है. पत्र में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए मंगलवार को 6 एलबीएस मार्ग स्थित बंगला खाली कर इसकी सूचना राज्य संपत्ति विभाग को दे दी.
मायावती ने अपने भाई को उपाध्यक्ष पद से हटाया
बंगला बचाने में लगी माया को काशीराम याद आये
कर्नाटक चुनाव: यूपी की राजनीति पर परिणाम का असर